कमीशनखोरी से त्रस्त बस्ती सदर ब्लॉक के प्रधानों ने दिया सामूहिक त्याग पत्र की चेतावनी

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बस्ती । बस्ती सदर विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम प्रधानों की बैठक ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मनहनडीह प्रशान्त पाण्डेय की अध्यक्षता में प्रेस क्लब सभागार बस्ती में सम्पन्न हुई। बैठक में ग्राम प्रधानों की समस्यायों पर विचार के साथ ही निर्णय लिया गया कि यदि ब्लाक स्तर पर कमीशनखोरी बंद न हुई तो ग्राम प्रधानों का प्रतिनिधिमण्डल जिलाधिकारी से मिलकर समस्याओं के निस्तारण का आग्रह करेगा। यह भी निर्णय लिया गया कि यदि आवश्यकता पड़ी तो गोरखपुर जाकर ग्राम प्रधान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष समस्याओं को रखेंगे। बैठक को सम्बोधित करते हुये प्रशान्त पाण्डेय ने कहा कि ब्लाक प्रमुख राकेश श्रीवास्तव द्वारा मनरेगा से सम्बंधित कार्यो के लिये कच्चे कार्य हेतु 9 प्रतिशत और पक्के कार्य के लिये 13 प्रतिशत कमीशन की मांग की जाती है। जो ग्राम प्रधान कमीशनखोरी का विरोध करते हैं उनके कार्य स्वीकृत नहीं किये जाते और जांच कराने की धमकी दी जाती है। कहा कि यदि ग्राम प्रधानों का सुनियोजित आर्थिक शोषण बंद नहीं किया जाता तो ग्राम प्रधान सामूहिक त्याग पत्र पर भी विचार कर सकते हैं। कहा कि डेढ वर्ष के भीतर अब तक बस्ती सदर में 7 खण्ड विकास अधिकारी बदले जा चुके हैं। जो ब्लाक प्रमुख की बात नहीं मानते राजनीतिक दबाव में उनका स्थानान्तरण करा दिया जाता है। प्रेस क्लब में हुई ग्राम प्रधानों की बैठक में दीपा पाण्डेय,राधिका सिंह प्रेम उपाध्याय, अब्दुल रऊफ, समद खान, राकेश त्रिपाठी, राजेश चौधरी, लल्लन चौधरी, सुभाष चन्द्र,राम बुझारत,अनिल यादव,अन्य और लगभग 35 प्रधान शामिल रहे। इस सम्बन्ध में बस्ती सदर ब्लाक प्रमुख राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राम प्रधानों के आरोप बेबुनियाद और झूठे है। जमीनी धरातल पर विकास कार्यों की जांच कराया जायेगा। यह पूंछे जाने पर कि 7 खण्ड विकास अधिकारी क्योें बदल दिये गये राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि यह प्रशासनिक विषय ह