पल्टूराम के मौत का मामला गरमायाः बेटे ने दिया प्रकरण को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की चेतावनी

पल्टूराम के मौत का मामला गरमायाः बेटे ने दिया प्रकरण को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की चेतावनी
जांच के नाम पर हीलाहवाली कर रहे हैं जिम्मेदार- वीरेन्द्र प्रताप
बस्ती । इलाज में लापरवाही से पल्टूराम के मौत का मामला तूल पकड़ता रहा है। उनके पुत्र वीरेन्द्र प्रताप ने डीआईजी के साथ ही अनेक सम्बंधित अधिकारियों को पत्र देकर कहा है कि मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जांच प्रक्रिया में लगातार बिलम्ब किया जा रहा है और दोषी चिकित्सक को बचाने का ताना बाना बुना जा रहा है। सारे साक्ष्य उपलब्ध करा देने के बावजूद लगातार जांच में हीला हवाली की जा रही है। यदि एक सप्ताह के भीतर दोषी चिकित्सक पर कार्यवाही न हुई तो वे प्रकरण को मुख्यमंत्री के समक्ष ल जायेंगे। इसके बाद भी न्याय न मिला तो प्रकरण को सक्षम न्यायालय के समक्ष ने जाने को बाध्य होंगे।
अधिकारियों को दिये पत्र में वीरेन्द्र प्रताप ने कहा है कि ढंग से इलाज न होने के कारण उनके पिता पल्टूराम की ओमबीर हास्पिटल कैली रोड में गत 18 जुलाई को मौत हो गई। अधिकारियों को पत्र देने के बावजूद अभी तक ओमबीर हास्पिटल और डा. नवीन चौधरी जो महामाया मेडिकल कालेज अम्बेडकरनगर में सरकारी सेवा में भी कार्यरत हैं के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। जांच टीम द्वारा डा. नवीन चौधरी और उनकी पत्नी डा. अर्चना चौधरी जो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मरटिया में मेडिकल आफिसर के पद पर कार्यरत होने के साथ ही ओमबीर हास्पिटल का पूरा संचालन कर रही है। सीएमओ द्वारा उनके नाम से लाइसेंस भी जारी किया गया है। उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है। ए. सीएमओ डा. अशोक कुमार चौधरी और उनकी टीम ओमबीर हास्पिटल और डा. नवीन चौधरी को बचाने में लगे हुये हैं। उन्हें इस जांच पर भरोसा नहीं है। दोषियों को कड़ा दण्ड मिले इसके लिये नये सिरे से उच्च स्तरीय टीम गठित कर मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाय। यदि शीघ्र न्याय न मिला तो वे मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगायेंगे।